Monday, 4 December 2017

समानार्थी शब्द

अभिवादन = नमस्कार, वंदन, प्रणाम
अभिनेता = नट, कलाकार
अरण्य = वन, जंगल, कानन, विपिन 
अविरत = सतत, अखंड
अभ्यास = सराव, परिपाठ, व्यासंग 
अन्न = आहार, खाद्य
अग्नी = आग, अनल, विस्तव, अंगार, पावक, हुताशन,
अगणित = असंख्य, अमर्याद
अचल = शांत, स्थिर, स्तब्ध
अचंबा = आश्चर्य, नवल
अही = साप, भुजंग, सर्प, पन्नग, फनी
अश्रू = आसू, आसवे
अंबर = वस्त्र, वसन
अंधार = काळोख, तिमीर, तम
अमृत = पीयूष, सुधा
आई = माता, माय, जननी, माउली, जन्मदात्री
आकाश = आभाळ, गगन, नभ, अंबर, व्योम, ख
आठवण = स्मरण, स्मृती, सय
आनंद = हर्ष, तोष, मोद, संतोष, प्रमोद, उल्हास
आजारी = पीडित, रोगी
आयुष्य = जीवन, हयात
आरोपी = गुन्हेगार, अपराधी
आश्चर्य = नवल, अचंबा, विस्मय, अचरथ, आचोज
आदर = मान, सन्मान 
आवाज = ध्वनी, रव
आज्ञा = आदेश, हुकूम
आळशी = कुजर, निरुद्योगी, ऐदी, आळसट
ओझे = वजन, भार
अंग = शरीर, तनू, काया
अंधार = काळोख, तिमिर, अंधःकार
अंतरिक्ष = अवकाश, अंतराळ
इच्छा = आकांक्षा, आस, मनीषा, स्पृहा, अपेक्षा
ईश्वर = देव, ईश, परमेश्वर, सूर, अलख, प्रभू
उत्सव = समारंभ, सण, सोहळा
उणीव = कमतरता, कमी
उपवन = बगीचा, बाग, उद्यान
ऋषी = तपस्वी, मुनी, साधू, तापस
एकजूट = एकी, ऐक्य
ऐट = रुबाब, डौल
कथा = गोष्ट, कहाणी, हकिकत
कविता = काव्य, पद्य
कनक = सोने, सुवर्ण
कमळ = पंकज, अंबुज, पद्म, सरोज, अरविंद, राजीव
कपाळ = ललाट, भाल, कपोल, निढळ, अलिक
कष्ट = श्रम, मेहनत
काम = कार्य, कर्म
काठ = किनारा, तीर, तट
काळ = समय, वेळ, अवधी
कावळा = काक, एकाक्ष, वायस
कासव = कूर्म, कामट, कमठ, कच्छप, कच्छ
किल्ला = गड, दुर्ग
कार्यक्षम = कुशल, दक्ष, निपुण, हुशार
कारागृह = कैदखाना, तुरुंग
कीर्ती = प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती
कुशल = हुशार, तरबेज  
कुटी = झोपडी, खोपटे
खल = नीच, दुष्ट, दुर्जन
खडक = मोठा दगड, पाषाण
खग = पक्षी, विहंग, व्दिज, अंडज
खड्ग = तलवार, समशेर
ख्याती = कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक
खात्री = विश्वास, भरवसा
खेडे = गाव, ग्राम 
गरज = आवश्यकता, नड
गरुड = खगेंद्र, खगेश्वर, तार्क्ष्य, वैनतेय
गणपती = लंम्बोदर, गजानन, हेरंब, लक्षप्रद, निधी, धरणीधर, वक्रतुंड
गाय = गो, धेनू, गोमाता
गाणे = गीत, गान
गंमत = मौज, मजा
गंध = वास, दरवळ
गाव = ग्राम, खेडे
गोष्ट = कहाणी, कथा
घर = सदन, गृह, निकेतन, आलय, भवन, निवास, धाम, घृह
घागर = घडा, मडके 
घोडा = अश्व, हय, वारू, तुरंग, वाजी
चव = रुची, गोडी
चरण = पाय, पाऊल
चंद्र = शशी, रजनीकांत, इंदू , सुधाकर, हिमांशू, सोम
चांदणे = कौमुदी, चंद्रप्रकाश, चंद्रिका, ज्योत्स्ना
चिंता = काळजी, विवंचना
छंद = नाद, आवड
छान = सुरेख, सुंदर
जग = दुनिया, विश्व
जन = लोक, जनता 
जमीन = भूमी, धरती, भुई
जंगल = रान, काननी, अरण्य
जुलूम = अत्याचार, छळ, बळजोरी, अन्याय 
झाड = वृक्ष, तरू, विटप
झेंडा = ध्वज, निशाण
डोके = मस्तक, शीर्ष, शीर
डोळा = नेत्र, नयन, लोचन, चक्षु, अक्ष
डोंगर = पर्वत, पहाड, गिरी
ढग = मेघ, जलद, पयोधर, अभ्र, अंबूद, निरद, घन
तळे = तलाव, सरोवर, तडाग,  कासार
तुरूंग = कैदखाना, बंदिवास
तोंड = तुंड, वक्र, आनन, वदन, मुख 
दगड = पाषाण, खडक
दरवाजा = दार, कवाड
दिवस = दिन, वार, वासर
दिवा = दीप, दीपक
दूध = दुग्ध, पय, क्षीर
द्वेष = मत्सर, हेवा
देव = ईश्वर, विधाता
देह = तनु, तन, काया, वपू, शरीर
दार = दरवाजा, व्दार, कवाड
दौलत = संपत्ती, धन 
धरती = भूमी, धरणी, धरित्री, वसुंधरा, वसुधा, अवनी
ध्वनी = आवाज, रव
नदी = सरिता, तटिनी, तरंगिणी
नवरा =भ्रतार, वल्लभ, पती, कांत, नाथ, दादला
नमस्कार = वंदन, नमन 
नोकर = सेवक, चाकर
परिश्रम = कष्ट, मेहनत  
पर्वा = चिंता, काळजी
पर्वत = डोंगर, गिरी, अचल, शैल, अद्री
पक्षी = पाखरू, खग, विहंग, व्दिज, अंडज
प्रवास = सफर, फेरफटका, पर्यटन
प्रवासी = वाटसरू, पांथस्थ, मार्गिक
पत्नी = बायको, अर्धागी, भार्या, कांता, दारा, जाया
पान = पत्र, पत्ता, पर्ण
प्रारंभ = सुरुवात, आरंभ 
प्रेम = प्रीती, माया, जिव्हाळा
पोपट = राघू, शुक
पाऊस = वर्षा, पर्जन्य
पाणी = जल, नीर, तोय, उदक, सलिल, पय, अंबू
फांदी – डहाळी, शाखा
फूल = पुष्प, सुमन, कुसुम
बदल = फेरफार, कलाटणी
बक्षीस = पारितोषिक, पुरस्कार
बाग = बगीचा, उद्यान, वाटिका
भरारी = झेप, उड्डाण
भुंगा = भ्रमर, भृंग, मिलिंद, मधुकर
भारती = भाषा, वैखरी
भाऊ = बंधू, सहोदर, भ्राता
ममता = माया, जिव्हाळा, वात्सल्य
मन = चित्त, अंतःकरण
महिना = मास, माह
महिला = स्त्री, बाई, ललना
मस्तक = डोके, शीर, माथा 
क॔ठ = गळा, गर्दन
माणूस = मानव, मनुष्य
मंगल = पवित्र, पावन
मंदिर = देऊळ, देवालय
मार्ग = रस्ता, वाट
म्होरक्या = पुढारी, नेता
मित्र = दोस्त, सोबती, सखा, सवंगडी
मिष्टान्न = गोडधोड, मिठाई
मुलगा = पुत्र, सुत, तनय, नंदन, तनुत
मुलगी = कन्या, तनया, दुहिता, नंदिनी, आत्मजा 
मुद्रा = चेहरा, मुख, तोंड, वदन
मुलुख = प्रदेश, प्रांत, परगणा
युद्ध = लढाई, संग्राम, लढा, समर
रणांगण = रणभूमी, समरांगण
राग = क्रोध, संताप, चीड
राजा = नरेश, नृप, भूपाल, राणा, राया
रांग = ओळ, पंक्ती
रात्र = निशा, रजनी, यामिनी
रान = वन, जंगल, अरण्य, कानन
रेखीव = सुंदर, सुबक
लग्न = विवाह, परिणय 
वडील = पिता, तात, जनक
वारा = वात, पवन, अनिल, मारुत, समीर, वायू
वाट = मार्ग, रस्ता
वेळ = समय, प्रहर
वेदना = यातना, कळ 
विश्रांती = विसावा, आराम
वितरण = वाटप, वाटणी
विरोध = प्रतिकार, विसंगती
विसावा = विश्रांती, आराम 
विश्व = जग, दुनिया 
वीज = विद्युल्लता, सौदामिनी
वृद्ध = म्हातारा, जरठ
वैराण = ओसाड, भकास, उजाड
वैरी = शत्रू, दुष्मन, अरी, गनीम   
शरीर = देह, तनू, काया, कुडी, अंग
शक्ती = सामर्थ्य, जोर, बळ
शर्यत = स्पर्धा, होड, चुरस
प्राणी = पशू, श्वापद, जनावर
शेत = शिवार, वावर, क्षेत्र
शीतल = थंड, गार
शिक्षा = दंड, शासन 
सकाळ = प्रभात, उष:काल
संत = सज्जन, साधू
संपत्ती = धन, दौलत, संपदा
साथी = सोबती, मित्र, दोस्त, सखा
स्पर्धा = चुरस, शर्यत, होड, पैज
स्थान = ठिकाण, वास, ठाव 
स्त्री = बाई, महिला, ललना
संध्याकाळ = सायंकाळ, सांज
सुवास = सुगंध, परिमल, दरवळ
सुंदर = सुरेख, रमणीय, मनोहर, छान
सागर = समुद्र, सिंधू, रत्नाकर, जलधि, दर्या, अर्णव
सामर्थ्य = शक्ती, बळ 
सिनेमा = चित्रपट, बोलपट
सिंह = केसरी, मृगराज, वनराज
सुगंध = सुवास, परिमळ, दरवळ
सूत = धागा, दोरा
सूर्य = रवी, भास्कर, दिनकर, सविता, मित्र, अरुण, भानू, आदित्य
सोने = सुवर्ण, कांचन, हेम, कनक
हद्द = सीमा, शीव
हत्ती = गज, पिलू, सारंग, कुंजर
हात = हस्त, कर, बाहू


No comments:

Post a Comment

डोळ्यांचा नंबर कमी करणारे काही उपाय

1. रोज रात्री 6-7 बदाम पाण्यात भिजवून सकाळी उठल्यावर खावेत.  2. गाजरामध्ये अ, ब आणि क जीवनसत्त्व असतं. त्यामुळे रोज गाजर खाल्ल्यास किंवा त्य...